भोपाल जॉब सीकर्स (मध्य प्रदेश का नंबर एक सोशल मीडिया जॉब सीकर ग्रुप )

सोशल मीडिया : आज के दिनों में हर कोई व्यक्ति अपनी सुबह की शुरुआत सोशल मीडिया को चेक करने के साथ ही करता है , सोशल मीडिया का अगर सही तरीके से उपयोग किया जाये तो ये हमे बहुत रोचक जानकारिया उपलबध करवाता है , आज लॉक डाउन के समय में बहुत सारे सरकारी और सामाजिक संस्थाए सोशल मीडिया की मदद से ही लोगो को जागरूक कर रही है , उन्हें जरुरत सेवाएं मुहैया करवा रही है, बहुत सारे फेसबुक ग्रुप है जो लोगो को लाइव सेशन के माध्यम से लोगो में जागरूकता फैला रहे है , उन्ही में से एक ग्रुप है भोपाल जॉब सीकर्स जो पिछले ५ सालो से फेसबुक के माध्यम से स्टूडेंट्स की मदद कर रहा है |

इस ग्रुप को बनाने वाले एडमिन बताते है की उन्होंने इस ग्रुप की शुरुआत जुलाई २०१५ में की थी , पहले ये ग्रुप भोपाल के लोगो के लिए ही बनाया था ,लेकिन इस ग्रुप का नाम और प्रशंसा ऐसी फैलती गयी की अब यह ग्रुप भारत के कोने-कोने में जानने लगा है| ये ग्रुप हजारों चेहरों की मुस्कान बना है, बहुत से लोगो को इस ग्रुप के माध्यम से जॉब मिली है और कंपनी को उनके अच्छे कैंडिडेट्स मिले है| यह एक फेसबुक ग्रुप है जिसमे १ लाख से ज्यादा लोग जुड़े हुए है| इसमें नौकरी से सम्बन्धी सभी प्रकार की जानकारी दी जाती है|

success stories

इस पोर्टल के माध्यम से ओपन कैंपस ड्राइव, रेफरल ड्राइव , ऑफलाइन ड्राइव की सचुना
,सरकारी नौकरी की जानकारी विभिन्न स्रोतो से संग्रह कर के नौकरी तलाशने वाले स्टूडेंट्स तक पहुंचे जाती हैऔर कई
बेरोजगरो के लिए उपयोगी साबित हुई है । इस ग्रुप के सक्रीय एडमिन बताते है की २०१५ में जब ये ग्रुप बनाया गया था तब यहाँ सदस्यों की संख्या २००० थी जो प्रतिवर्ष बढ़ती चली गयी और आज ग्रुप से १ लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स जुड़े है ।

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हरिओम राजपूत
ग्रुप के एडमिन हरिओम राजपूत जो की पेशे से एक मल्टीनेशनल आईटी कंपनी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है , वो बताते है की इस ग्रुप की शुरुआत का सबसे प्रमुख कारण यह था की भोपाल में ज्यादातर स्टूडेंट्स को ऑफ ड्राइव का पता नहीं चल पता था , जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, ड्राइव्स देने उन्हें दिल्ली, मुंबई, पुणे ,बैंगलोर जैसे मेट्रो शहर में जाना पड़ता था ,उनकी मदद के लिए उन्होंने इस ग्रुप की बनाया था , और आज इस ग्रुप की सहायत से हजारो स्टूडेंट्स को कैंपस ड्राइव की जानकारी दी जा रही है ।

ओम बताते है की ये ग्रुप एक सिद्धांत से बनाया गया था की बिना किसी स्वार्थ स्टूडेंट्स की मदद की जाये । बहुत से कंसल्टेंसी हमसे जुड़ना चाह रही है लेकिन हम इक्छुक नहीं है। हमारा उद्देश्य इस ग्रुप से कमाई का जरिया नहीं बनाना
चाहते है। हम लोग को बस लोगो की मदद कर के लोगो केचेहरों की मुस्कान का कारण बनाना है ना की पैसा कामना है।

नेहा अभय
ग्रुप की नेहा अभय झोड़े जो की एक ग्राफ़िक्स डिज़ाइनर है,और एक अच्छी बिज़नेस वीमेन है
। नेहा कहती है ,भोपाल जॉब सीकर्स ग्रुप केमाध्यम से हम लोगो की मदद कर पा रहे है
और इसमें सभी सदस्यों का भी बहुत बड़ा योगदान है। में बहुत खुश हु ,इस ग्रुप के
सदस्य बनकर ,आज में खुद ग्राकिक्स डिज़ाइनर हु और कई देशो के क्लाइंट्स संभाल रही हूाँ

नितिन फरक्या
एडमिन नितिन फरक्या जो की एक बैंक में सेल्स मैनेजर है।
नितिन फरक्या कहतेहै, की यह ग्रुप लोगो को जागरूक करने के लिए बनाया था । सामान्य रूप से
युवाओ को अधिक जानकारी नहीं होती है और आम तौर पर वे दिशा से भटक जाते है ।इस ग्रुप के माध्यम से लोगो की मदद ले सकते है।हमारी कोशिश यही
रहेगी जब किसी को मदद की जरुरत पड़ेगी हम करेंगे।

ग्रुप में बढ़ते सदस्यों को देखते हुए और नेक इरादे से काम कर रहे एडमिन की सहायता के लिए मोहित दुबे, धर्मेश शर्मा और विकास सिंह राजपूत जो की तीनो पेशे से मल्टीनेशनल आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है , अपनी विचारो की साँझा करते हुए बताते है की वे पिछले 2-3 सालो से इस ग्रुप को फॉलो कर रहे थे , बाद में वे इसी ग्रुप के साथ जुड़कर बतौर एडमिन निस्वार्थ काम कर रहे है, और स्टूडेंट्स की मदद करके उन्हें सही दिशा में मार्ग प्रदर्शित कर रहे है ।